Sexual Reproduction In Pteridium BSc Botany Notes

Sexual Reproduction In Pteridium BSc Botany Notes

 

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खण्ड

प्रश्न 1 – टेरीडियम में लैंगिक जनन का विस्तृत वर्णन कीजिए।

उत्तर

टेरीडियम में लैंगिक जनन 

(Sexual Reproduction in Pteridium)

नर जननांग के पुंधानी (antheridium) तथा मादा जननांग को स्त्रीधानी (archegonium) कहते हैं। दोनों जननांग एक ही प्रोथैलस पर होते हैं, परन्तु पुंपूर्वी

(protandrous) लक्षण के होते हैं अर्थात् नर जननांग मादा से पूर्व परिपक्व हो जाते हैं। अत: प्रोथैलस उभयलिंगाश्रयी (monoecious) होता है। ___

पुंधानी (Antheridium)-ये रचनाएँ गोल गुम्बद (dome) की आकृति की तथा प्रोथैलस की सतह से बाहर (projected) निकली रहती हैं। इसकी भित्ति (jacket) मोटाई में केवल एक कोशिका की होती है और यह तीन कोशिकाओं से बनी होती है—एक निचली प्रथम रिंग कोशिका (first ring cell), मध्य की द्धितीय रिंग कोशिका (second ring cell) तथा तीसरी ऊपरी कोशिका पुंधानी का ढक्कन बनाती है, इसे ढक्कन कोशिका (cap cell = opercultum) कहते हैं। जैकेट के अन्दर गुहिका (cavity) में प्राथमिक पुंजनक कोशिकाएँ (Primary androgonial cells) होती हैं जो विभाजित होकर पुंजनक कोशिकाओं (androgonial cell) तथा फिर एण्ड्रोसाइट (androcyte) कोशिकाओं का निर्माण करती है। ये कोशिकाएँ अन्त में पुंमणु (antherozoil) में रूपान्तरित हो जाती हैं। प्रत्येक पुंमणु कुण्डलित (coiled), एक केन्द्रकयुक्त व बहुपक्ष्माभिकाय (multiciliatel) होत है।

  1. पत्ती (Lenf)-पत्तियाँ पिच्छाकार संयुक्त (Pinnately compoundl) होती हैं। नवजात पत्तियों में कुण्डलित किसलय वलय (circinate ptysis) व अग्रभाजित शिराविन्यास (furcate venation) मिलता है। इनकी एक पत्ती को प्रपर्ण (frond) कहते है। पतियाँ प्रकन्द के ऊपरी भाग पर एक-दूसरे से कुछ दूरी पर एकान्तर (alternate) क्रम में परिवर्द्धित होती है। पतियाँ लम्बाई में 2 से 12 फुट की होती हैं तथा प्रत्येक पती का पर्णवन्त (petiole)

व पर्णफलक (lumina) लगभग बराबर लम्बाई का होता है। पर्णफलक, द्विपिच्छाकार (bipinnate) होता है। पिच्छाक्ष (rachis) भी रोमों अर्थात् रेमेन्टा (rementa) से ढके रहते हैं। रेमेन्टा तरुण भागों को शुष्क होने से बचाता है।

 


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