Chromosome BSc Zoology Question Answer Notes

Chromosome BSc Zoology Question Answer Notes

 

Chromosome BSc Zoology Question Answer Notes :- In this post all the questions of the second part of zoology are fully answered. This post will provide immense help to all the students of BSc zoology. All Topic of zoology is discussed in detail in this post.

 


 

प्रश्न 6 – गुणसूत्र केन्यूक्लियोसोम मॉडलका वर्णन कीजिए।

Describe the ‘Nucleosome Model’ of Chromosome.

उत्तर –

गुणसूत्र

(Chromosome) Notes

इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी के द्वारा गुणसूत्रों के अध्ययन से ज्ञात होता है कि गुणसूत्रों में अति महीन रेशक होते हैं जिनकी मोटाई 2 nm से 4 nm तक होती है क्योंकि DNA 2nm चौड़ा होता है। अत: यह सम्भव है कि एक रेशक एक DNA अणु के संगत होता है।

DNA एक कुण्डलित और वलित रचना है। ई० जे० डूप्रा (1965) ने DNA का वलित रेशा माँडल प्रस्तुत किया। DNA अण वलित एवं कुण्डलित होकर एकल सम्मूलित मॉडल प्रस्तुत करता है।

Chromosome BSc Zoology Notes
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न्यूक्लियोसोम मॉडल 

 (Nucleosome Model) Notes

आर० डी० कोर्नबर्ग और जे० ओ० थॉमस ने 1974 में DNA और हिस्टोन्स से बने प्रारम्भिक क्रोमैटिन की संरचना के लिए एक आकर्षक मॉडल प्रस्तुत किया। उन्होंने

बताया कि DNA एक टेट्रामर (tetramer, H3-H4) और एक ऑलिगोमा (oligomer, H2A-H2B) से इस प्रकार पारस्परिक क्रिया करता है कि टेट्रामर (जिसम – H3 और H4 के दो-दो अणु होते हैं) ऑलिगोमर पर पाए जाने वाले हिस्टोन्स के दोने”

Chromosome BSc Zoology Notes
Chromosome BSc Zoology Notes

अणुओं (H2A और H2B) तथा DNA के 200 क्षार युग्मों से जुड़ जाता है। इससे एक पुनरावर्ती इकाई बन जाती है। प्रत्येक पुनरावर्ती इकाई के साथ भी. H1 का एक अणु जुड़ा टेटामर इकाई के क्रोड (core) का निर्माण करता है और ऑलिगोमर उसके प्रसार निर्धारित करता है। इससे एक लचीली संरचना बन जाती है। पी आउडेट (1975) ने इन पुनरावर्ती इकाइयों के लिए केन्द्रिकाभ (nucleosome) नाम प्रस्तुत किया।

केन्द्रिकाभ (12.5 nm व्यास) = 200 क्षार युग्म + H2A व H2B, H3 तथा H4 में से प्रत्येक के 2 अणु।

रासायनिक संघटन (Chemical Composition) Notes

गुणसूत्रों के मुख्य रासायनिक अवयव DNA, RNA, हिस्टोन प्रोटीन तथा अहिस्टोन प्रोटीन होते हैं। इनमें कैल्सियम भी पाया जाता है।

  1. DNA- क्रोमैटिन के रासायनिक अवयवों में सबसे महत्त्वपूर्ण अवयव है क्योंकि यह आनुवंशिकता नियन्त्रण करने का महत्त्वपूर्ण कार्य करता है। न्यूक्लिक अम्ल DNA तथा RNA के अलावा गुणसूत्रों में सम्बन्धित हिस्टोन और अहिस्टोन दो प्रकार की प्रोटीन होती हैं।
  2. RNA- कोशिका में पाए जाने वाले दो प्रकार के न्यूक्लिक अम्लों में डिऑक्सीराइबोन्यूक्लिक अम्ल अर्थात् DNA गुणसूत्रों के निर्माण में भाग लेता है, किन्तु RNA केन्द्रक, राइबोसोम्स तथा अन्त:प्रद्रव्यी जालिका पर तथा कोशिकाद्रव्य में स्वतन्त्र रूप से मिलता है। RNA अणु का निर्माण DNA अणु से लिप्यन्तरण विधि से होता है। RNA सामान्यत: आनुवंशिक पदार्थ नहीं होता है। यह केवल आनुवंशिक सूचना के वाहक का कार्य करता है।
  3. हिस्टोन (Histones)-हिस्टोन पाँच प्रकार की होती हैं जिनको अलग-अलग नाम दिए गए हैं-H1, H2A, H2B, H3, H4.

इनमें H1 हिस्टोन को आसानी से हटाया जा सकता है। इसका कार्य शायद गुणसूत्र रेशों को परस्पर जोड़े रखना है। H3 तथा H4 दोनों ही अत्यन्त आरक्षी होते हैं।

  1. अहिस्टोन (Non-histones)-विविध प्रकार के जीन्स में अहिस्टोन प्रोटीन्स को संख्या 10 से 20 या इससे भी कुछ अधिक हो सकती है। ये विशिष्ट प्रकार के जीन्स । क्रियाशीलता को नियमित रखती हैं। विशिष्ट प्रकार की अहिस्टोन प्रोटीन्स विशिष्ट प्रकार के जीन्स पर ही प्रभावी होती हैं।

गुणसूत्रों के कार्य

(Functions of Chromosomes) Notes

  1. 1. एक पीढ़ी के आनुवंशिक लक्षण को दूसरी पीढ़ी में ले जाना गुणसूत्रों का कार्यहोता है। DNA आनुवंशिक पदार्थ होता है।

2.गुणसूत्र जीवों की शरीर-क्रियात्मक क्रियाओं का नियमन करते हैं।

  1. गुणसूत्रों के हेटरोक्रोमेटिक प्रदेश केन्द्रक के निर्माण में भाग लेते हैं।

4. गुणसूत्रों की संख्या एवं संरचना में परिवर्तन से विभिन्न लक्षण प्रकट हो जाते है।

 


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