BSc Zoology Echinodermata Question Answer Notes

BSc Zoology Echinodermata Question Answer Notes

 

BSc Zoology Echinodermata Question Answer Notes :- In this post all the questions of the second part of zoology are fully answered. This post will provide immense help to all the students of BSc zoology. All Topic of zoology is discussed in detail in this post.

 


 

Unit – IV

प्रश्न 19 – स्टार फिश की देहगुहा का वर्णन कीजिए।

Describe the coelom of Starfish.

उत्तर

स्टारफिश की देहगुहा

(Coelom of Starfish)

स्टारफिश की शरीर गुहा एक वास्तविक विस्तृत गुहा है जिसे आंत्रगुहा (enterocoel) कहते हैं। इसका एक बड़ा भाग केन्द्रीय बिम्ब और भुजाओं में पेरिविसरल सीलोम की भाँति शरीर भित्ति एवं आंतरांगों के बीच फैला रहता है। पक्ष्माभित घनाकार कोशिकाओं की बनी गुहीय उपकला शरीर भित्ति और आंतरांगों को आस्तरित किए रहती है। पेरिविसरल गुहा के अतिरिक्त इसमें जलसंवहनी तन्त्र, ऐक्सिअल साइनस, पेरिहीमल कैनाल तथा कोटरें (sinuses), जननिक कोटरे आदि भी पाए जाते हैं।

जननिक उपकला एक रंगीन सीलोमिक तरल का स्रावण करती है जो गुहीय अवकाशों में भरा रहता है। इसमें अक्षीय अमीबाभ कोशिकाएँ अमीबोसाइट्स या सीलोमोसाइट्स होते हैं।

यह प्रगुहीय उपकला कोशिकाओं से मुकुलन द्वारा बनती हैं। कुछ सीलोमोसाइट्स में श्वसन वर्णक भी होते हैं।

वास्तविक रुधिर-संवहन तन्त्र की अनुपस्थिति में प्रगुहीय तरल शरीर के विभिन्न भागों के बीच पदार्थों का परिवहन करता है। भक्षीय प्रगुहाणु (coelomocytes) उत्सर्जी एवं बाहरी पदार्थों का भक्षण करके चर्मीय क्लोमों द्वारा बाहर निकाल देते हैं।

प्रश्न 20 – स्टारफिश की प्रचलन क्रिया पर एक नोट लिखें।

Write a note on Locomotion of Starfish.

उत्तर

स्टारफिश में प्रचलन

(Locomotion in Starfish)

स्टारफिश में प्रचलन क्रिया जल संवहन तन्त्र की सहायता से होती है। इससे एक हाइड्रोलिक दबाव बनता है। वीथि (ऐम्बुलैक्रल) नालों को आस्तरित करने वाले पक्ष्माभों की क्रिया द्वारा समुद्र का जल मेड्रीपोराइट (madreporite) से होकर नाल पादों (tube feet) तथा तन्त्र की सभी नालों में भर जाता है। नाल पादों की कदम-कदम चलने की क्रिया द्वारा इसके शरीर में गति होती है। इस क्रिया में नाल पाद आधार तल पर एकान्तरित रूप से चिपकते और मुक्त होते रहते हैं। गति करने की दिशा में एक या दो भुजाएँ आधार तल से ऊपर उठाई जाती हैं। साथ-ही-साथ इन भुजाओं के नाल पादों की तुम्बिकाएँ भी वृत्ताकार पेशियों की क्रिया द्वारा संकुचित होती हैं। इससे नाल पादों में हाइड्रोलिक दाब में वृद्धि होती है जिससे वे लम्बे होकर आगे की ओर फैल जाते हैं और अपने चूषकों की निर्वात क्रिया द्वारा आधार तल पर दृढ़ता से चिपक जाते हैं। नाल पादों के सिरों से स्रावित श्लेष्म द्वारा यह आसंजन और प्रबल हो जाता है। इसके पश्चात् पेशीय सक्रियता द्वारा नाल पाद शरीर को और आगे की ओर खींचते हए ऊर्ध्वाधर स्थिति में लाते हैं। इसके बाद नाल पाद अपनी अनुदैर्घ्य पेशियों के संकुंचन एवं जल की कछ मात्रा को अपनी तुम्बिकाओं में वापस लौटाकर छोटे होने लगते हैं। अन्त में आधार तल पर चूषकों की पकड़ ढीली हो जाती है।

स्टारफिश लगभग 15 सेमी प्रति मिनट की चाल से धीरे-धीरे आगे बढ़ती है।

प्रश्न 21 – चर्मीय क्लोम या पैप्यूली क्या हैं?

What are dermal branchiae or papulae ?

उत्तर

चर्मीय क्लोम (पैप्यूली)

(Dermal Branchiae or Papulae)

स्टारफिश की डॉर्सल तल पर असंख्य चर्मीय क्लोम या पैप्यूली होती हैं जो कि इसके श्वसन अंग हैं। चर्मीय क्लोम त्वचा की पतली भित्ति के संकुंचनशील उद्वर्ध होते हैं। इनकी गुहिकाएँ प्रगुहा में संतत रहती हैं। समुद्र के जल में घुली ऑक्सीजन चर्मीय क्लोमों में विसरित होकर अन्दर प्रवेश कर जाती है और कार्बन डाइऑक्साइड विसरित होकर बाहर निकल जाती है। यह स्टारफिश में श्वसन का कार्य करते हैं।

प्रश्न 22 – बाइपिन्नेरिया लारवा किसका लारवा है?

Bipinnaria larva belongs to which animal ?

उत्तर –

बाइपिन्नेरिया लारवा

(Bipinnaria larva)

यह सागर तारे का लारवा है। सागर तारे के परिवर्धन में डाइप्लरूला, बाइपिन्नेरिया तथा बैंकिओलेरिया तीन लारवा अवस्थाएँ होती हैं।

डाइप्लूरूला लारवा (प्रारम्भिक बाइपिन्नेरिया) के सामने के तल पर एक बड़ी मुखपूर्व पालि (preoral lobe) बन जाती है जो चारों ओर से पक्ष्माभों के एक प्रीओरल पाश से आवृत हो जाती है। इसी प्रकार इसके प्रत्येक पार्श्व में तीन पार्श्व पालियाँ (lateral lobes) बनती हैं जो पक्ष्माभों के एक पोस्ट ओरल लूप द्वारा आवृत हो जाती हैं। पक्ष्माभों की प्रिओरल बैंड के चिरने से पूर्व एवं पश्च मुख पाशों की रचना होती है। इस प्रकार बना लारवा बाइपिन्नेरिया कहलाता है। यह स्वतन्त्रतापूर्वक तैरता है एवं अशन करता है और कुछ सप्ताह पश्चात् बैंकिओलेरिया लारवा में बदल जाता है।

BSc Zoology Echinodermata Notes
BSc Zoology Echinodermata Notes

प्रश्न 23 – सितारा मछली के नालपाद पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिए।

Write short note on Tubefeet of Starfish.

उत्तर

सितारा मछली के नालपाद

(Tubefeet of Starfish) –

सितारा मछली की प्रत्येक भुजा में नाल पादों की दो-दुहरी पंक्तियाँ पायी जाती हैं। प्रत्येक नालपाद एक पतली भित्ति वाली बन्द नली के समान रचना है। प्रत्येक नालपाद तीन सुस्पष्ट भागों से बना होता है, जिन्हें तुम्बिका (ampulla), पादक (podium) और चूषक (sucker) कहते हैं।

नालपाद की पतली भित्ति श्वसन क्रिया में गैसों के विनिमय का कार्य करती है। इसके अलावा नालपाद शरीर को आधार तल पर स्थिर रखने और भोजन को पकड़ने में भी सहायक होते हैं।

BSc Zoology Echinodermata Question Answer Notes

प्रश्न 24 – टीडमान बॉडीज पर टिप्पणी कीजिए।

Write a note on Tiedmann‘s Bodies.

उत्तर इनको छत्रक ग्रनिथ भी कहा जाता है। ये छोटी, गोलाकार, पीले रंग की स्रावी संरचनाएँ हैं जो अन्दर की ओर वलय नाल (ring canal) में खुलती हैं। ये संख्या में 9 होती हैं। प्रत्येक टीडमान बॉडी में बाहरी स्तर पेरीटोनियम का बना होता है जो अन्दर की ओर उपस्थित संयोजी ऊतक एवं मांसपेशियों से बने स्ट्रोमा (stroma) को घेरे रहता है। इन बॉडीज का कार्य अज्ञात है। कुछ वैज्ञानिकों का मानना यह है कि ये बॉडीज एन्जाइमों का निर्माण करती है जबकि दूसरों के अनुसार ये लसिका अंग (lymphoid organ) होती हैं।

 


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