BSc 1st Year Botany Structure Of TMV Question Answer Notes
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प्रशन 4 – टी०एम०वी० की संरचना का सचित्र वर्णन कीजिए।
उत्तर –
टी०एम०वी० की संरचना
(Structure of TMV) Notes
यह दीर्घ, पतली तथा बेलनाकार संरचना है। इसमें भार के अनुसार 95% प्रोटीन तथा A प्रोटीन 5% RNA होता है। Bawden and Pairie (1935) के अनुसार इसकी लम्बाई .. ease) से इस 300nm तथा व्यास 18 nm है।।
इसमें रोड की पूरी लम्बाई के बराबर एक 4 nm की खोखली चैनल होती है जो | 14 nm मोटी विषाणुभित्ति से घिरी रहती है।
इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी तथा X Ray द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार इनमें प्रोटीन की बनी कैप्सिड तथा न्यूक्लिक अम्ल एकरज्जुक वाला आर०एन०ए० (ssRNA) होता है। प्रोटीन domain की बनी कैप्सिड में लगभग 2130+ 2% प्रोटीन की उपइकाइयाँ (subunits) मिलती हैं। सभी
उपइकाइयों की संरचना समान होती है। इनका अणु भार 17,400 होता है तथा ये 158 ऐमीनो ccR-central/ अम्ल अवशिष्ट (amino acid residue) की बनी होती हैं। ऐमीनो अम्ल एक विशिष्ट क्रम में
लगे रहते हैं। Nazu and Okada (1970) के अनुसार क्रम संख्या 50 पर ग्लूटैमिक अम्ल (glutamic acid) मिलता है।
TMV प्रोटीन में डाइसल्फाइड बन्ध (disulphide bond) नहीं मिलते हैं तथा एक SH group होता है। इसमें ऐसीटिलेटिड सीरीन (acetylated serine) ऐमीनो अम्ल एन – टर्मीनल (N-terminal) तथा थ्रीओनिन (Threoinine) सी–टर्मीनल (C-terminal) होता है। प्रोटीन इकाइयाँ संनिबद्ध कुण्डलिनी क्रम में विन्यासित होकर एक खोखली बेलनाकार नलिका का निर्माण करते हैं।
हेलिक्स का पिच (pitch of helix) 2.3 nm तथा कुण्डली का अक्षीय पर (axial repeat of helix) 6.9 nm लम्बा होता है। कुण्डली (helix) में लगभग 130 टन होते हैं।
न्यूक्लिक अम्ल ssRNA (एकरज्जुक वाला RNA) है, इसका अणु भार लग ( 2.1×10 होता है, 2% होता है। RNA के 3 न्यूक्लियोटाइड प्रत्येक प्रोटीन उपइकाई से जुड़े रहते हैं। RNA का रज्जुक आन्तरिक खाँच में धंसा रहता है जो सर्पिलाकार होती है। RNA में लगभग 6340, 2% न्यूक्लियोटाइड होते हैं जो छड़ के अक्ष से 4 nm की दूरी पर पूछ । होते हैं।
विषाणु की प्रोटीन से RNA को पृथक किया जा सकता है। यह RNA संक्रमण में सक्षम होता है। परपोषी कोशिका में प्रोटीन का आवरण संश्लेषित करने में यह RNA सक्षम होता है।
पौधों के संक्रमण में सम्पर्ण (प्रोटीन आवरण i.e कैप्सिड तथा न्युक्लिक अम्ल) परपोषी कोशिका में प्रवेश करता है। इसके पश्चात् प्रोटीन आवरण का विघटन हो जाता है। RNA शीघ्र ही प्रोटीन तथा mRNA का संश्लेषण आरम्भ कर देता है, इसके फलस्वरूप प्रोटीन बैक्टीरियोफेज जावाणु उपइकाइयाँ बनती हैं। RNA पुनरावृत्ति (self-replication) करता है। प्रोटीन तथा RNA मिलकर सम्पूर्ण विषाणु का निर्माण कर लेते हैं।
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Tmv ki sanrachna ka Sachitra varnan kijiye