Asexual Reproduction In Aspazillas BSc Botany Notes

Asexual Reproduction In Aspazillas BSc Botany Notes

 

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प्रश्न 13 – एस्पजिलस में अलैंगिक जनन का सचित्र वर्णन कीजिए।

उत्तर एस्पर्जिलस का कवकजाल शाखित, सफेद या हल्के पीले रंग का पटयुक्त तथा बहकेन्द्रकीय होता है। अलैंगिक जनन कोनीडिया द्वारा होता है जो कोनीडियोफोर पर विकास होते हैं। कोनीडियोफोर पटहीन (Aseptate) होते हैं तथा इनका ऊपरी सिरा फूला हुआ होता ह इसको वेसीकिल (vesicle) कहते हैं। प्रत्येक कोनीडियोफोर एक मोटी भित्ति वाली कोशिका से विकसित होता है जिसे पाद कोशिका (foot cell) कहते हैं। कोनीडियोफोर की वेसीकिल पर स्टेरीगमेटा (Sterigmata) लगते हैं। इनको फियालिड्स (Phialids) भी कहते हैं। स्टेरीगमेटा में 10-12 कोनीडिया तलाभिसारी अनुक्रम (basipetal succession) में लगते हैं। कोनीडिया छोटे, काले, धुएँ जैसे रंग के तथा काँटेयुक्त हो सकते हैं। इनमें एक केन्द्रक या एक से अधिक केन्द्रक हो सकते हैं। कोनीडिया हवा द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान तक जा

Asexual Reproduction In Aspazillas
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सकते हैं और उचित वातावरण में अंकुरित होकर अंकुरण नाल बनाते हैं जिससे नया का सूत्र तथा कवकजाल विकसित होता है।

 


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