Structure Of Yeast BSc Botany Question Answer Notes

Structure Of Yeast BSc Botany Question Answer Notes

 

Structure Of Yeast BSc Botany Question Answer Notes :- BSc 1st Year Botany Cell Biology And Genetics Examination Paper Notes. This Post is very useful for all the Student Botany. This post will provide immense help to all the students of BSc Botany.

 


 

प्रश्न 2 – यीस्ट की संरचना का सचित्र वर्णन कीजिए। 

उत्तर –

यीस्ट की संरचना 

(Structure of Yeast) Notes

यीस्ट एककोशिकीय कवक है। इसमें कवकजाल नहीं मिलता है। कोशिका गोलाकार या अण्डाकार होती है जिसकी चौड़ाई 24 से 60 तथा लम्बाई 31 से 15॥ अथवा अधिक हो सकती है।

कोशिकाभित्ति (Cell Wall)-कोशिकाभित्ति में 6 से 8% प्रोटीन, 8.5 से 12.5% लिपिड तथा 1 से 2% काइटिन हो सकती है। कोशिकाभित्ति में मुख्य रूप से ग्लूकन (glucan, 30-35%) तथा मैनन (mannan, 30%) नामक पॉलिसैकेराइड (polysaccharides) मिलते हैं। एक अन्य मत के अनुसार कोशिकाभित्ति तीन स्तरीय होती है। पहला बाह्य स्तर मैनन, प्रोटीन तथा कुछ काइटिन (mannan, protein and

some chitin), बीच का स्तर ग्लूकन (glucan) तथा अन्दर वाला स्तर प्रोटीनग्लूकन (protein and glucan) से मिलकर बना होता है। कुछ लिपिड तथा फॉस्फेट भी मिलते हैं।

जीवद्रव्य (Protoplasm)-यह कोशिकाद्रव्य (cytoplasm) तथा केन्द्रक (nucleus) से मिलकर बनता है। इसके बाह्य भाग को एक्टोप्लास्ट (ectoplast) तथा अन्दर वाले घने कणिकामय भाग को एण्डोप्लास्ट (endoplast) कहते हैं।

कोशिकाभित्ति के अन्दर की तरफ कोशिका कला (cell membrane) मिलती है जो प्रोटीन-लिपिड तथा पॉलिसैकेराइड से मिलकर बनी होती है। कोशिकाद्रव्य में संचित भोजन वसा, ग्लाइकोजन तथा वॉल्यूटिन के कणों (volutin granules) के रूप में मिलता है। जीवद्रव्य में माइटोकॉण्ड्यिा , राइबोसोम (ribosome), एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम, एन्जाइम तथा आर०एन०ए० भी मिलते हैं। रिक्तिका (vacuole) तथा केन्द्रक (nucleus) के विषय में अनेक विचारधाराएँ हैं। इनमें से कुछ विचारधाराएँ निम्नलिखित हैं-

Structure Of Yeast BSc Botany Question Answer Notes
Structure Of Yeast BSc Botany Question Answer Notes
  1. वेगर तथा पेनिस्टन (Wager and Peniston, 1910) के अनुसार, कोशिका केमध्य भाग में स्थित रंगहीन भाग का रिक्तिकायुक्त केन्द्रक (vacuolated nucleus) है। इसमें क्रोमैटिन तन्तुओं का जाल फैला रहता है। इससे न्यूक्लिओलस या केन्द्रिक (nucleolus) जुड़ीरहती है।
  2. एलेक्सोपोलस (Alexopoulos, 1958) के अनुसार, केन्द्रक रिक्तिका बहुतबड़ी है। इसके अन्दर क्रोमैटिन, न्यूक्लिओलस भी मिलते हैं। केन्द्रक से लगा हुआ एकतारककाय (centrosome) होता है जिसके बाहरी तरफ तारककेन्द्र (centriole) तथा सभी नामक कर तरफ हेटरोक्रोमैटिन (heterochromatin) मिलती है। माइटोकॉण्ड्यिा गोलिकाएँ , ग्लाइकोजन, वॉल्यूटिन कण, कोशिकाद्रव्य में धंसे रहते हैं (चित्र)।
  3. गुलियरमोण्ड (Gulliermond, 1905) के अनुसार, कोशिका के मध्य में स्थितका अभाव रंगहीन भाग एक रिक्तिका (vacuole) है। केन्द्रक रिक्तिका के पास मिलता है।
  4. एगर तथा डगलस (Agar and Dougles, 1957) तथा कुछ अन्य वैज्ञानिकों केमतानुसार, केन्द्रक तथा रसधानी अलग-अलग मिलते हैं। केन्द्रक एक स्पष्ट केन्द्रक कलासकला से घिरा रहता है तथा रसधानी में कुछ एन्जाइम्स मिलते हैं।
  5. बर्टिनिकी तथा गर्शिया (Bartinicki-Garcia, 1970) के अनुसार, कोशिकाभित्ति मैनन-ग्लूकन वर्ग की है। कोशिका झिल्ली में अनेक उथले व लम्बे पिट या इनवेजीनेशन्स (invaginations) मिल सकते हैं। केन्द्र में टोनोप्लास्ट से घिरी एक रिक्तिका (vacuole) मिलती है। रिक्तिका में पानी जैसा पदार्थ तथा पॉलिमेटाफॉस्फेट और लिपिड के कण मिलते हैं। कोशिकाद्रव्य में केन्द्रक, माइटोकॉण्ड्रिया, एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम, राइबोसोम, स्फीरोसोम आदि मिलते हैं। केन्द्रक मुकुलन वाली कोशिका में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। लगभग 23 बड स्कार (Bud scar) एक कोशिका पर मिल सकते हैं। Belin (1912) के अनुसार मुकुलन के स्थान पहले से निश्चित होते हैं।

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