प्रश्न 11. (स) आइसोप्रीन के बनाने की विधि, गुणधर्म व उपयोगों का वर्णन कीजिए।
उत्तर : आइसोप्रीन (2-मेथिल 1 : 3 ब्यूटाडाइन)
यह एक प्रमुख संयुग्मित डाइन है जिसे कृत्रिम रूप से प्राकृतिक रबड़ के धीमे आसवन से प्राप्त किया जाता है। इस प्रकार इसकी कम मात्रा प्राप्त होती है।
बनाने की विधियाँ
(1) ऐसीटोन से CH,
(2)p-क्रिसॉल से—
(3) एमायल ऐल्कोहॉल व्युत्पन्न या 3-मेथिल-ब्यूटेनॉल-1 से
गुण
भौतिक— यह 34°C क्वथनांक वाला एक द्रव है।
सायानक— (1) द्रव अमोनिया में आइसोप्रीन का सोडियम के साथ अपचयन करने
स्वथनाक वाला एक दव है।
(2) इसके दो अणु बहुलीकृत होकर चक्रीय यौगिक देते हैं।
उपयोग
(1) आइसोप्रीन संश्लेषित रबड़ के निर्माण में प्रयोग किया जाता है। (2) इसे इमल्शन पेण्ट बनाने में प्रयोग किया जाता है। (3) यह चक्रीय यौगिकों के संश्लेषण में डाइल्स-ऐल्डर अभिक्रिया में भी उपयोग किया जाता है।