प्रश्न 11. (ब) हाइड्रोबोरेशन या हाइड्रोबोरेशन-ऑक्सीकरण को स्पष्ट करके की क्रियाविधि भी दीजिए।
उत्तर : हाइड्रोबोरेशन या हाइड्रोबोरेशन-ऑक्सीकरण— डाइबोरेन, ऐल्कीन से योग 5 ट्राइऐल्किल बोरेन देती है जिसको क्षारीय H2O2, के द्वारा ऑक्सीकृत करने पर मेक ऐल्कोहॉल प्राप्त होता है। बोरॉन परमाणु, ऐल्कीन के कम हाइड्रोजन वाले कार्बन पर ता है क्योंकि B पर इलेक्ट्रॉन की कमी होती है। यह योग मार्कोनीकॉफ नियम के विपरीत है, अत: इसको एण्टीमार्कोनीकॉफ योग कहते हैं।
एल्कीनोका हाइड्रोबोरीकरण एण्टीमार्कोनीकॉफ नियमानुसार होता है। बोरेन में नबन्ध इस प्रकार से ध्रवित होता है जिससे बोरोन पर आंशिक धनावेश तथा शक ऋणावेश आ जाता है। इस प्रकार बोरेन में हाइड्रोजन ऋण भाग बारोन धन भाग (इलेक्ट्रॉनस्नेही) की भाँति व्यवहार करता है। ।
क्रियाविधि— एल्कीनों के हाइड्रोबोरीकरण के समय द्वि-बन्ध पर हाइड्रोजन व बाबोरोन का साथ-साथ योग होता है जिसमें सभी बन्धों का टटना एवं बनना साथ-साथ होता है और समक्ष उत्पाद बनता है इसमे मध्यव्रती काबोर्केटायन नही बनता | हाइड्रोबाऋकरण की किर्याविधि को अग्र प्रकार दर्शाया जा सकता है