Internal Structure Of Sargassum Thallus BSc Botany Notes
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प्रश्न 2 – सरगासम सूकाय की आन्तरिक संरचना का वर्णन कीजिए।
उत्तर –
सरगासम सूकाय की आन्तरिक संरचना
(Internal Structure of Sargassum thallus)
(i) अक्ष—यह गोल बेलनाकार संरचना है। इसमें ऊतक विभेदन मेरिस्टोडर्म, कॉर्टे तथा मेड्युला में होता है।
मेरिस्टोडर्म अथवा एपीडर्मिस–यह सबसे बाहर की पर्त है। यह प्रायः म्यूसीले (श्लेषमिक) क्यूटिकल से घिरी रहती है। यह छोटी-छोटी कोशिकाओं से बनी पर्त है जिन मध्य कोई अवकाश (space) नहीं मिलता है। यह मेरिस्टमेटिक होती है। कोशिकाओं में क्रोमेटोफोर अधिक संख्या में मिलते हैं। संचित खाद्य पदार्थ फ्यूकोसन कणों (fucosan granules) के रूप में मिलता है। मेरिस्टोडर्म प्रकाश संश्लेषी परत है।
कॉर्टेक्स (Cortex)—यह बहुस्तरीय ऊतक है जो पतली भित्ति की बहुकोणीय (polygonal) कोशिकाओं की बनी होती है। यह मेरीस्टोडर्म के नीचे उपस्थित होती है। कोशिकाएँ मृदूस्तरीय होती हैं। इनके मध्य अवकाश मिलते हैं। इन कोशिकाओं में संचित खाद्य मिलता है। कॉर्टेक्स की सबसे भीतरी पर्त मेड्यूला से मिल जाती है। इसकी भित्ति जिलेटिन युक्त होती है। मेरिस्टोडर्म के नीचे की पर्त की कोशिकाओं में क्रोमेटोफोर भी मिलते हैं। यह पर्त प्रकाशसंश्लेषी होती है।
मेयला (Medulla)-यह मध्य क्षेत्र का ऊतक है। यह मुख्य अक्ष के केन्द्र से मिलता है। इसकी कोशिकाएँ पतली, लम्बी तथा दोहरी भित्ति युक्त होती हैं। इन पर स्थूलन भी मिलते हैं। बाह्य मेड्युला की कोशिका कठोर भित्ति युक्त होती है, परन्तु अन्त:मेड्युला की कोशिका भित्ति पतली होती है। यह ऊतक पादपं को सहारा देता है तथा भोजन व खनिज के स्थानान्तरण में सहायता करता है।
(ii) पत्ती (Leaf)-यह चपटी संरचना है जो मेरिस्टोडर्म, कॉर्टेक्स व मेड्युला में विभेदित होती है। पत्ती मध्य से मोटी तथा किनारों पर पतली होती है। मेरीस्टोडर्म पर्त एकस्तरीय छोटी कोशिकाओं की बनी होती है। इसमें क्रोमेटोफोर की अधिकता के कारण यह प्रकाश संश्लेषण का कार्य करती है। कॉर्टेक्स की कोशिकाएँ पतली
भित्ति वाली तथा मृदूतकीय होती है। मेड्युला की कोशिकाएँ केवल मध्य शिरा क्षेत्र में ही मिलती है। पत्ती पर बन्ध्य क्रिप्टोब्लास्ट अथवा क्रिप्टोस्टोमेटा मिलते हैं। क्रिप्टोब्लास्ट फ्लास्क के आकार की सुरचना है जिसमें बहुकोशिकीय तन्तुमय पेराफाइसिस मिलते हैं।
(iii) एयरब्लैडर अथवा वायु थैली (Air-bladder)-इसमें मेरिस्टोडर्म के बाहर श्लेषमिक क्यूटिकल मिलती है। कॉर्टेक्स की केवल कुछ पर्ते मिलती हैं। इसके भीतर गुहा खाली होती है जिसमें वायु भरी रहती है। इसमें मेड्युला नहीं मिलता है।
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