Golgi Body BSc Zoology Question Answer Notes
Golgi Body BSc Zoology Question Answer Notes :- In this post all the questions of the second part of zoology are fully answered. This post will provide immense help to all the students of BSc zoology. All Topic of zoology is discussed in detail in this post.
प्रश्न 5 – गॉल्जीकाय की स्थिति, अतिसूक्ष्म संरचना, रासायनिक संघटन एवं| कार्यों का वर्णन कीजिए।
Explain the occurrence, ultrastructure, chemicall
composition and functions of Golgi body.
अथवा गॉल्जीकाय की परासंरचना का वर्णन कीजिए। यह किस प्रकार स्त्राव कार्यों से तथा जुड़ा हुआ है?
Describe the ultrastructure of Golgi body. How it is
associated with the functions of secretion ?
अथवा गॉल्जीकाय की परासंरचना और कार्यों का वर्णन कीजिए।
Describe the ultra-structure and functions of Golgi body.
अथवा गॉल्जी उपकरण पर टिप्पणी कीजिए।
Write note on Golgi apparatus.
उत्तर –
गॉल्जीकाय
(Golgi body) Notes
गॉल्जीकाय प्रोकैरियोटिक कोशिकाओं में नहीं पाए जाते, किन्तु सभी यकैरियोटि कोशिकाओं में पाए जाते हैं। RBCs में इनका अभाव होता है। पादप में इन्हें dictyosomm कहते हैं। गॉल्जीकाय स्रावी तथा तन्त्रिका कोशिकाओं में अधिक विकसित होते हैं।
अतिसूक्ष्म संरचना (Ultrastructure) Notes
गॉल्जीकाय डिस्क के समान होता है। वास्तव में यह झिल्लियों की एक प्रणाली है। ये झिल्लियाँ प्लाज्मा झिल्ली के समान यूनिट मेम्ब्रेन हैं। गॉल्जीकाय में तीन घटक होते हैं
- सिस्टर्नी (Cisternae), 2. वेसीकल्स (Vesicles), 3. धानियाँ (Vacuoles)।
- सिस्टर्नी (Cisternae)-ये नलिकाकार या चपटे व तन्तुमय कक्षों के बने होते हैं और एक-दूसरे के ऊपर समान्तर बण्डलों में विन्यसित रहते हैं। कुछ कोशिकाओं में सिस्टर्नी के बीच के अवकाशों में intercisternal fibres.का एक स्तर होता है, जोकि सिस्टर्नी को दृढ़ता प्रदान करते हैं और सिस्टर्नी के lamellae के बीच नियमितअवकाश बनाए रखते हैं।
- वेसीकल्स (Vesicles)—ये बिन्दु के समान छोटी रचनाएँ हैं, जो सिस्टर्नी की परिधि पर नलिकाओं से जुड़ी रहती हैं। ये कलिका के रूप में सिस्टर्नी के सिरों से विकसित होते हैं। ये दो प्रकार के होते हैं
(i) चिकने बेसीकल्स (Smooth vesicles)—इनमें endoplasmic reticulum तथा गॉल्जीकाय के स्रावी पदार्थ भरे रहते हैं। इन्हें स्रावी वेसीकल्स भी कहते हैं।
(ii) कोटेड वेसीकल्स (Coated vesicles)-ये गॉल्जीकाय की परिधि से निकले गोलाकार उभार हैं, जो नलिकाओं के सिरों से जुड़े रहते हैं। इनकी सतह रूक्ष होती है। ये स्त्रावी वेसीकल्स से भिन्न होते हैं।
- धानियाँ (Vacuoles)—ये बड़ी, गोल या वृत्ताकार थैलियों के रूप में होती हैं। ये गॉल्जीकाय के परिपक्व तल की ओर सिस्टर्नी के दूरस्थ सिरों पर पायी जाती हैं। इनमें सघन कणिकाएँ भरी रहती हैं, जिन्हें जाइमोजन कणिकाएँ कहते हैं।
रासायनिक संघटन (Chemical Composition) Notes
गॉल्जी झिल्लियाँ ऐसिड फॉस्फेट, फॉस्फोलिपिड़ तथा प्रोटीन की बनी होती हैं। गॉल्जी कॉम्प्लैक्स में adenosine diphosphatase, Mgth, adenosine triphosphatase, cytosine triphosphatase, thiamine pyrophosphatase,
acid phosphatase, UDP-N-acetyl glucosamine transferase. transferase इत्यादि एन्जाइम भी पाए जाते हैं।
गॉल्जीकाय के कार्य
(Functions of Golgi body) Notes
1.यौगिकों का अवशोषण एवं संग्रह (Absorption and Storage of compounds)-गॉल्जी कॉम्प्लैक्स Iron, Copper तथा Gold आदि के यौगिकों का अवशोषण करता है। यह लिपिड्स आदि कार्बनिक यौगिकों के अवशोषण, संग्रह तथ। इनके रूपान्तरण से भी सम्बद्ध होता है। गॉल्जीकाय संघनन झिल्लियाँ हैं, जो उत्पादकों की जल की क्षति के पश्चात् बिन्दुओं या कणों में परिवर्तित कर देती हैं।
- स्त्रावी वेसीकल्स का निर्माण (Formation of Secretory vesicles) कणिकीय एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम के राइबोसोम प्रोटीन का संश्लेषण करते है। ये एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम की गुहा में प्रवेश करके गॉल्जी उपकरण में पहुँचते हैं, जहाँ इनको संचित कर लिया जाता है। गॉल्जी कॉम्प्लैक्स द्वारा सरल शर्कराओं से संश्लेषित कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन्स के साथ मिलकर ग्लाइको-प्रोटीन बनाते हैं। वेसीकल्स में स्थित | प्रोटीन्स सिस्टर्नी के द्विकस्थान में संचित होते रहते हैं। इसके बाद छोटे-छोटे वेसीकल्स ये : सिस्टर्नी के दूरस्थ सिरों से कलिकाओं के रूप में मुकुलन द्वारा अलग होते हैं। इन वेसीकल्स में स्रावी उत्पादन होते हैं, ये स्रावी वेसीकल्स या जाइमोजन कणिकाएँ कहलाते हैं। ये कणिकाएँ सतह की ओर चलकर कोशिका की सतह पर फट जाती हैं और अपनी अन्तः वस्तुओं को मुक्त कर देती हैं। कोशिकाओं की प्रकृति के अनुरूप स्रावी वेसीकल्स में विभिन्न प्रकार के पदार्थ होते हैं। ये पदार्थ लिपिड्स, पित्त, पीतक, पाचक एन्जाइम्स तथा हॉर्मोन्स आदि हैं।
- हॉर्मोन्स का उत्पादन (Production of hormones)-गॉल्जीकाय हॉर्मोन के स्राव में सहायता करता है क्योंकि गॉल्जी उपकरण के क्षतिग्रस्त होने पर इनमें हॉर्मोन केस्राव की कमी हो जाती है। .
- ऐक्रोसोम का निर्माण (Formation of acrosome)-शुक्राणुजनन के समय गॉल्जीकाय ऐक्रोसोम का निर्माण करता है। इसमें लिपोलाइटिक एन्जाइम होते हैं।लिपोलाइटिक एन्जाइम निषेचन के समय अण्डाणु की मैम्ब्रेन को घोलकर अण्डाणु केवेधन में सहायता करते हैं।
- कार्बोहाइड्रेट्स का संश्लेषण (Synthesis of carbohydrates)-गॉल्जी उपकरण को सरल कार्बोहाइड्रेट्स के संश्लेषण का स्थान माना जाता है। पौष्टिक पदार्थ (कार्बोहाइड्रेट्स) गॉल्जी उपकरण द्वारा ही स्रावित होता है।
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