Blood Groups BSc Zoology Question Answer Notes
Blood Groups BSc Zoology Question Answer Notes :- In this post all the questions of the second part of zoology are fully answered. This post will provide immense help to all the students of BSc zoology. All Topic of zoology is discussed in detail in this post.
प्रश्न 7 – रुधिर वर्ग क्या होते हैं? रुधिर वर्ग वंशागति क्या है?
What are Blood groups ? What is the Blood group inheritance ?
अथवा रुधिर वर्ग की आनुवंशिकता पर लेख लिखिए।
Write a note on Blood group inheritance.
उत्तर –
रुधिर वर्ग
(Blood Groups)
रुधिर में कुछ एन्टीजन्स (Antigens) की उपस्थिति अथवा अनुपस्थिति के आधार पर के० लैण्डस्टीनर द्वारा मनुष्य में ABO रुधिर वर्गों की स्थापना की गई थी। यह देखा गया कि मनुष्य के रुधिर में A तथा B दोनों एन्टीजन्स में से एक या दोनों एन्टीजन्स अनुपस्थित भी हो सकते हैं जिसके फलस्वरूप चार रुधिर वर्ग होते हैं। इन रुधिर वर्गों को ABO रुधिर वर्ग कहा जाता है। इन वर्गों के अलावा रुधिर के कुछ अन्य वर्गीकरण जैसे MN रुधिर वर्ग अथवा रहीसस रुधिर वर्ग भी हैं।
उपर्युक्त A तथा B एन्टीजन के साथ रुधिर के सीरम में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाली कुछ एन्टीबॉडीज होती हैं। रुधिर के सीरम में इन एन्टीबॉडीज एवं एन्टीजनों के पाए जाने का पारम्परिक सामान्य नियम यह है कि किसी प्राणी विशेष में केवल उन एन्टीजनों के लिए ही एन्टीबॉडीज होंगे जो एन्टीजन उस प्राणी के रुधिर में नहीं होंगे।
विभिन्न रुधिर वर्ग और उनके सहचारी एन्टीजन तथा एन्टीबॉडी
रुधिर वर्ग एन्टीजन एन्टीबॉडीज
A A B
B B A
AB A,B कोई नहीं
O कोई नही A,B
रुधिर वर्ग A में पायी जाने वाली एन्टीबॉडीज, वर्ग B की लाल रुधिर कणिकाओं को परस्पर चिपकाकर उनका समूहीकरण कर देती हैं। इसके विपरीत, वर्ग B में पायो जाने वाली एन्टीबॉडीज वर्ग A की लाल रुधिर कणिकाओं को नष्ट कर देती हैं क्योंकि रुधिर वर्ग AB में एन्टीबॉडी नहीं होती इसलिए इस वर्ग का रुधिर अन्य किसी भी वर्ग का रुधिर का समूहीकरण नहीं करेगा।
इसी प्रकार, 0 वर्ग का रुधिर केवल 0 वर्ग को छोड़कर सभी तीनों वर्गों के साथ evolu का समूहीकरण करेगा।
रुधिर वर्ग वंशागति (Blood Group Inheritance)
नीचे दी गई सारणी में रुधिर संचरण (transfusion) के लिए डोनर एवं आदा। (recipient) के वर्गों को दर्शाया गया है –
Wha mutation sfalt evolution अथवा गुणसू
Writ | अथवा जीन
A B O रुधिर वर्गों के सुसंगत दाता (Donor) एवं आदाता (Recipient)
दाता का रुधिर वर्ग आदाता का रुधिर वर्ग
A A,AB
B B,AB
AB AB (Universal recipient)
O (Universal donor) O,A,B,AB
इससे स्पष्ट है कि यदि दाता के रुधिर के आदाता विरोधी एन्टीबॉडी होते हैं तो कोई हानि नहीं होती क्योंकि ये विरल हो जाते हैं परन्तु किसी प्रकार भी आदाता के रुधिर में दाता के रुधिर के विरोधी एन्टीबॉडीज नहीं होने चाहिए क्योंकि ऐसा होने से transfused रुधिर का समूहीकरण हो जाएगा। AB वर्ग सर्वआदाता है और इसके लिए
दाता के रुधिर का परीक्षण आवश्यक नहीं हैं। इसी प्रकार 0 वर्ग सर्वदाता है। यदि transfusion के लिए 0 वर्ग का रुधिर उपलब्ध होता है तो आदाता के रुधिर के परीक्षण की आवश्यकता नहीं होती है।
विभिन्न ABO रुधिर वर्ग और उनके जीन प्रारूप
रुधिर वर्ग सम्भव जीन प्रारूप
O +/+
A A/A, + /A
- B/B, + /.B
AB A/B
इन रुधिर वर्गों की आनुवंशिकता से ज्ञात होता है कि इनमें तीन युग्मविकल्पी +,A और B होते हैं। इन तीनों में A और B उत्परिवर्ती युग्मविकल्पी हैं तथा दोनों ही वन्य (wild) युग्मविकल्पी + पर प्रभावी है। यह इस धारणा के अनुसार है कि वन्य प्ररूप वह होता है जो अधिकांश मनुष्यों में पाया जाता है। 0 तथा AB रुधिर वर्ग अधिक पाए जाते हैं। अतः इनमें से यदि 0 को वन्य मान लिया जाए तो एक सुविधाजनक पद्धति की प्राप्ति होती है।
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