Mycorrhizal Root Of Pinus BSc Botany Notes
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प्रश्न 2 – पाइनस के कवक मूल पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर –
पाइनस का कवक मूल .
(Mycorrhizal Root of Pinus) Notes
इसमें मूल तन्त्र (root system) बहुत अधिक विकसित होता है। मूसला जड़ (tap root) कुछ समय. के पश्चात् नष्ट हो जाती है। उसका स्थान अपस्थानिक जड़ें ले लेता है।ये जड़े (lateral roots) मुख्य मूल तन्त्र बनाती हैं। मूलरोम केवल नई जड़ों में मिलते है। परिपक्व जड़ों में कवक मिलता है, इसलिए इनको कवक मूल (mycorrhizal.root) कहते हैं। कवक जड़ों से भोजन प्राप्त करते हैं, परन्तु पोषक तत्त्वों के अवशोषण में पादप की सहायता करते हैं। कवक मूल छोटी, मोटी तथा अत्यधिक शाखित होती हैं।
कवक तन्तु कॉर्टेक्स की कोशिकाओं के मध्य इन्टरसेलुलर स्थानों में हर्टिग नेट (Hartig’s net) बनाते हैं। कवक मूल की संक्रमण से रक्षा करते हैं तथा कवक पोषकीय तत्त्वों के त्वरित अवशोषण में सहायता करते हैं। कवक का मूल से सम्बन्ध सहजीविता (symbiosis) का उदाहरण है।
पाइनस में कवक जड़ों की बाह्य सतह पर मिलता है। अत: इसको एक्टोट्रोफिक माइकोराइजा कहते हैं।