Internal Structure Of Stem Or Main Axis BSc Notes
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प्रश्न 7 – पोगोनेटम में अक्ष की आन्तरिक संरचना का सचित्र वर्णन कीजिए।
उत्तर –
पोगोनेटम (Pogonatum)
अक्ष अथवा तने की आन्तरिक संरचना
(Internal Structure of Stem or Main Axis)
अक्ष की अनुप्रस्थ काट (T.S.) सामान्यतः गोल होती है, परन्तु पत्तियों के कारण य अनियमित दिखाई देती है। इसमें मुख्य ऊतक एपिडर्मिस, कॉर्टेक्स व सेन्ट्रल सिलन्डर (स्ट्रेन्ड) है।
एपिडर्मिस (Epidermis) Notes
पोगोनेटम में एपिडर्मिस एकस्तरीय परन्तु अस्पष्ट होती है।
कॉर्टेक्स (Cortex) Notes
यह एपिडर्मिस के नीचे का ऊतक है जो दो भागों में बँटा रहता है। बाह्य काँर्टेक्स मोटी भित्ति की कोशिकाओं का तथा अन्त: कॉर्टेक्स पतली भित्ति की कोशिकाओं का बना होता है। कॉर्टेक्स की कोशिकाएँ परिधि की ओर होती हैं जो धीरे-धीरे कॉर्टेक्स में समानीत हो जाती है। ” कॉर्टेक्स की कोशिकाओं में स्टार्च मिलता है। इनमें पत्ती के लिए लीफ देस (leaf trace) भी मिलती है। प्रत्येक लीफ ट्रेस रंगहीन, पतली भित्ति की जल संवहन करने वाली हार कोशिकाओं की बनी होती है। यह चारों ओर से मृदूतकीय कोशिकाओं से घिरी रहता कोशिकाओं को निचली सतह पर सोसिआई (socii) तथा ऊपरी सतह पर ड्यूटर (deuter) कहते हैं। लीफ ट्रेस कॉर्टेक्स से सेन्ट्रल सिलेन्डर तक फैली रहती है।
सिलेन्डर सिलेन्डर अथवा सेन्ट्रल स्ट्रेन्ड (Central Cyldinder) ___ Notes
यह कॉर्टेक्स के भीतर का ऊतक है। इसकी मध्य ठोस मोटी भित्ति की कोशिकाओं को हाइड्रोम सिलिण्डर (hydrom cylinder) कहते हैं। इसमें स्टीरीड (stereids) तथा हाइड्रोइड (hydroids) पतली भित्ति की खाली कोशिकाएँ होती हैं, जो इसमें 2-3 के समूह में मिलती हैं। हाइड्रोम सिलिन्डर 2-3 परत की खाली कोशिकाओं (empty cells devoid of contents) से घिरा रहता है। इसे हाइड्रोम मेन्टल (hydrom mantle) कहते हैं। इस हाइड्रोम मेन्टल के बाद 2-3 परत मण्डयुक्त कोशिकाओं का आच्छद मिलता है इसे एमाइलोम आच्छद अथवा हाइड्रोम आच्छद (amylom sheath of hydrom sheath) कहते हैं। ये कोशिकाएँ कभी-कभी सुबेरिनयुक्त भी होती हैं। इस एमाइलोम आच्छद के बाहर पतली भित्ति की चालनी नलिका के समान कोशिकाओं का एक अनियमित क्षेत्र मिलता है। इसे लेप्टोम मेन्टल (leptom mentle) कहते हैं। कॉर्टेक्स को सेन्ट्रल सिलिन्डर से अलग करने वाली मृदूतकीय परत मण्डयुक्त होती है। इसे स्टार्ची शीथ (starchy sheath) कहते हैं। इस परत को लेप्टोम व सेन्ट्रल स्ट्रेन्ड के मध्य एन्डोडर्मिस भी कहते हैं, परन्तु इस परत का कार्य ज्ञात न होने से इसे एन्डोडर्मिस के स्थान पर सेन्ट्रल सिलिन्डर शीथ कहा जाता है।
जटिल बनाती हैं। लेप्टोइड व हाइड्रोइड की परासंरचना के अनुसार इनकी तुलना क्रमश: फ्लोएम व जाइलम से की जा सकती है। हाइड्रोइड में जाइलम के समान लिग्निन नहीं होता है तथा वे जीवित होती है। लेप्टोइड की तुलना चालनी तत्वों से की जा सकती है क्योंकि इनकी कोशिका भी दिर्घित होती है तथा इनकी अन्त्यस्थ भित्ति (terminal walls) तिर्यक (oblique) प्लाज्मोडेस्मेटा (plasmodesmata) की उपस्थिति से छिद्रित होती है।
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